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क्या Nissan motor bankrupt होने वाली है | nissan motor bankruptcy news

अगर आप कार एन्थोसियाटस तो अपने gTR का नाम तो जरूर सुना होगा जी हाँ में बात कर रहा हूँ मोस्ट पॉपुलर स्पोर्ट कार निसान gtr, यह कार जानी जाती है इसकी पावर और परफॉरमेंस के लिए, लेकिन अब इस कार को बनाने वाली कंपनी निसान मोटर दिवालिया होने की कगार पर खड़ी है। जी हाँ कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने जानकारी दी की कंपनी अब केवल 12 से 14 महीने यानि की 2025 तक ही मुश्किल से सर्वाइव कर सकती है।



कंपनी का सेल्स ग्राफ कंटिन्यू डाउन जा रहा है और जो थोड़ी बहुत कार बिक भी रही है उनको भी लोस्स में बेचना पड़ रहा है। निसान मोटर के जो key मार्किट है अमेरिका और चाइना वहां से भी कंपनी कोई कोई अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिल रहा है। 2024-25 fy के 3rd quarter में कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट लगभ्ग 85 % गिर चूका है और 60 मिलियन us डॉलर के लोस्स का सामना कंपनी को इस समय करना पढ़ रहा है।

कंपनी की हालत इतनी ख़राब हो चुकी है 20 % प्रोडक्शन reduce कर दिया गया है और लगभग 9000 लोगो को जॉब से निकाल दिया गया है इससे पहले भी 2019 में लगभग 13000 लोगो को कंपनी ने जॉब से निकाला था क्यूंकि उनके ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 99 % का गिरावट आ गयी थी। तो आखिर जो कंपनी दुनिया के टॉप 10 लार्जेस्ट ऑटोमेकर में आती थी अब क्यों दिवालिया होने की कगार पर खड़ी है, कौन है इसका जिम्मेदार । तो चलिए जानते है। 

कैसे निसान मोटर दिवालिया हालत में पहुंची 

तो मिड 90s में निसान अपनी बेस्ट क्वालिटी और बेस्ट परफॉरमेंस कार के लिए जानी जाती थी। 1960 70 के दसक में निसान के पास z series की cars और skyline जैसे बेस्ट प्रोडक्ट का लाइनअप था। nissan R 34 gtr जैसी कार के इंजन इतने तकड़े थे की इनको 1000 hp तक tune किया जा सकता था वो भी 90s के दौर में। उस दौर में निसान ने अपनी कार को batter बनाने में काफी पैसा लगाया इसकी वजह से निसान प्रॉफिट बनाने में काफी स्ट्रगल कर रही थी।

एक्चुअली 90s के दौर में निसान ने कोई प्रॉफिट नहीं कमाया।  माना जाता है की निसान अमेरिका में अपनी कार बेचते टाइम तक़रीबन 1000 डॉलर loose कर रही थी ओर इसके पीछे कारण ये था की निसान के पार्ट बहुत ही jyda महंगे थे। क्यूंकि वो अपनी क्वालिटी को मेन्टेन करना चाहते थे , और ऐसी कारण सं 1990 के लास्ट तक निसान लगभग 5.6 बिलियन डॉलर के कर्जे में आ गयी और कंपनी bankrupt होने वाली थी।

1999 में निसान मोटर 1st bankruptcy  

निसान को bankrupty से बचाने के लिए 1999 में renualt ने निसान मोटर ki 36 % की इक्विटी लेली और उनका 5.6 बिलियन डॉलर का कर्जा चूका दिया। renualt ने ऐसा इसलिए किया क्यूंकि निसान के थ्रू रेनू अमेरिका चीन और जापान के माकेर्ट में एंट्री करना चाहता था क्यूंकि इन मार्किट में निसान की अच्छी पकड़ थी।

इस डील से दोनों कंपनी को फयदा था एक तरफ renualt की कार बेस्ट डिज़ाइन के लिए जानी जाती थी और दूसरी तरफ निसान की इंजीनियरिंग में बहुत ही अच्छी पकड़ थी। लेकिन इस डील के बाद Renult के साथ उनके ceo भी आये जिनका नाम था carlos ghosn, उन्होंने निसान को प्रॉफिटेबल बनाने के लिए सबसे पहले निसान में घुसते की उनके जापानीस वर्क कल्चर को पूरा का पूरा चेंज कर दिया।

इसके बाद उन्होंने ने कॉस्ट कटिंग पर फोकस किया, carlos ghosn के अंदर निसान में हाई लेवल पर कॉस्ट कटिंग होने लगी थी। कॉस्ट कटिंग की वजह से ओवरआल cars की क्वालिटी पर इसका बहुत बुरा असर पड़ा, europion मार्किट में निसान की कस्टमर कम्प्लेन बढ़ने लगी और कस्टमर सटिस्फिकेशन रेट गिरने लगा।


इसके बाद carlos ghosn को लगता था की ऑटो मार्किट फ्यूचर में काफी जयदा एक्सपेंड होगी। इसकी वजह से उन्होंने निसान की लाइनअप कार को बहुत ही जयदा बड़ा दिया था। जहाँ other कंपनियां हर दो चार साल में कार के मॉडल को नए अपडेट के साथ फेसलिफ्ट वर्शन लांच करते रहते हैं। वंही निसान की लाइनअप में ज़्यदा कार होने की वजह से निसान कार को समय समय पर अपडेट नहीं कर पा रही थी। 2020 की निसान के मॉडल की average age 6 साल हो गयी थी यानि की 6 साल से वे अपनी कार को ऐसे ही बेचे जा रहे थे बिना किसी अपडेट के 
इवन निसान की सबसे पॉपुलर कार gtr में 2007 से कोई भी मेजर अपडेट नहीं किया गया है। 

इसके बाद निसान को असली झटका तब लगा जब ceo carlos ghosn को 2018 में जापान पुलिस द्वारा अरेस्ट कर दिया गया। उनपर कंपनी की सम्पति और पैसे का मिसयूज करने का आरोप लगाया गया। carlos इस गपले के बाद निसान को काफी नुकसान झेलना पड़ा क्यूंकि इसका शेयर भी गिर चूका था और 2019 में निसान को 90 % का net इनकम loss और 99 % ऑपरेटिंग प्रॉफिट लोस्स को झेलना पड़ा। और तब से अभी तक निसान कंटिन्यू लोस्स में चल रही है।

तो निसान की 1999 की bankruptcy के बाद carlos ghosn ने निसान को बचाया नहीं बल्कि और भी खड्डे में डाल दिया। इसकी वजह से अब निसान की हालत फिर से bankrupt होने पर आ गयी है। लेकिन अब निसान को सहारा देने और दिवालिया होने से बचाने के लिए हौंडा निसान को अपने साथ marge कर सकती है क्यूंकि दोनों जेपनीस कंपनियां है तो अब आखिर उम्मीद निसान की हौंडा कंपनी से ही है।

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